छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्रों ने दुर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव से किया मुलाकात
रायपुर | एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन परविवि के छत्तीसगढ़ी मास्टर डिग्री धारी छात्रों ने दुर्ग के हेमचंद यादव यूनिवर्सिटी के कुलपति अरुणा पल्टा और कुलसचिव भूपेंद्र कुलदीप से आज मुलाक़ात किया | एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि वहा के कुलपति और कुलसचिव द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा को उच्च शिच्छा मे स्थापित करने विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों से प्रस्ताव मंगाए गए है | उनके इस पहल के लिए संगठन द्वारा कुलपति का सम्मान भी किया गया साथ ही संगठन कि ओर से कुलपति और कुलसचिव को मांग पत्र सौपा गया | जिसमे कहा गया कि हेमचंद से संबंधित सभी महाविद्यालयों मे मास्टर डिग्री ही नही स्नातक स्तर मे भी छत्तीसगढ़ी भाषा का पाठ्यक्रम संचालित किया जाना चाहिए | इसके साथ ही इन महाविद्यालयों मे पढ़ाने के लिए एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारियों को विषय विषेसज्ञ के रूप से अनिवार्य रूप से लेना चाहिए | राज्य मे नयी शिक्षा नीति 2020 चूकी लागू कर दी गई है तो स्थानीय भाषा / मातृभाषा / राजभाषा के रूप मे अनिवार्य रूप से छत्तीसगढ़ी को पढ़ाया जाने कि मांग कि गई |
ऋतुराज साहू ने कुलपति को आगे बताया कि अगर उनके संबंधित महाविद्यालयों मे एम ए छत्तीसगढ़ी खोल दिया जाता है तो वहा के बच्चो को पढ़ने के लिए रविशंकर यूनिवर्सिटी तक नही आना पड़ेगा | वर्तमान मे दुर्ग यूनिवर्सिटी या उनके महाविद्यालयों मे पढ़ाई नही होने से राजनांदगाव, बालोद, कवर्धा तक के छात्रों को राजधानी पढ़ने आना पड़ता है | अगर ये व्यवस्था उनके ही कालेजो मे कर दिया जाये तो छात्र वही ही छत्तीसगढ़ी पड़ सकेगे | संगठन कि बातो को सुनकर कुलपति और कुलसचिव ने सकारात्मक जवाब दिया साथ ही छत्तीसगढ़ी पढ़ाने हेतु एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्री धारियों को महत्व देने का आश्वासन दिया. इस मुलाक़ात मे संगठन के अजय पटेल, मधु बाला शुक्ला, चंद्रसेन, ऋषि देशमुख, चंद्र शुभम शामिल रहे।