शासकीय शिक्षक मोहन बंजारे, संदीप कोसले, गोपी बंदे को बलौदाबाजार पुलिस ने किया गिरफ्तार 10 जून को आगजनी और हिंसा में थे शामिल
बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई हिंसा में गिरफ्तारियों का दौर जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। जिसमें मुख्य साजिशकर्ता और योजना बनाने वाला आरोपी मोहन बंजारे समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मोहन बंजारे शासकीय शिक्षक है। जिसने धरना प्रदर्शन में मंच संचालक और दूसरे जिलों से लोगों को बलौदाबाजार बुलाने का काम किया था। अब तक बलौदाबाजार में तोड़फोड़ एवं आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले 163 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
भीम क्रांतिवीर छात्र संघ का प्रदेश अध्यक्ष और उपाध्यक्ष गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि, चार दिन पहले पुलिस ने भीम क्रांतिवीर छात्र संघ प्रदेश अध्यक्ष गोपी बंदे और भीम क्रांतिवीर उपाध्यक्ष संदीप कोसले को गिरफ्तार किया है। अब तक 158 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। इन दोनों आरोपियों पर आंदोलन की तैयारी, रूपरेखा बनाने, आंदोलन के लिए अनुमति और आयोजक समिति के अहम सदस्यों के रूप में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान वीडियो, सीसीटीवी फुटेजों के आधार पर की। वहीं, अब तक के इस मामले में 158 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
10 जून को आगजनी और हिंसा में थे शामिल
उल्लेखनीय है कि, 10 जून को बलौदाबाजार में आयोजित धरना प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस बल पर पत्थर बाजी, मारपीट करते हुए संयुक्त कार्यालय में खडी वाहनों में आग लगा दी थी। धरना प्रदर्शन का आयोजन करने वाले तथा इस दौरान बलवा तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम बना कर संभावित स्थलों में लगातार दबिश दी जा रही है। इस मामले में शामिल अन्य आरोपियों की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहचान करते हुए उनकी तलाश की जा रही है।
न्यायालय ने दोनों को भेजा जेल
इसी क्रम में पुलिस आयोजक समिति के सदस्य के रूप में शामिल लोगों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी को प्राथमिकता के आधार पर लिया। जिसके तहत पुलिस द्वारा आज 9 जुलाई को गोपी बंदे और संदीप कोसले को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपी गोपी बंदे भीम क्रांतिवीर का छत्तीसगढ़ में छात्रसंघ प्रदेश अध्यक्ष है। साथ ही संदीप कोसले भीम क्रांतिवीर का उपाध्यक्ष है। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश करते हुए जेल भेजा गया। प्रकरण में 158 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।