मनरेगा: मानव दिवस सृजन में प्रदेश में रायपुर जिला ने हासिल किया द्वितीय स्थान
30.14 लाख मानव दिवस सृजन, रायपुर जिले ने बनाया नया कीर्तिमान
कार्यस्थल पर मेडिकल किट, पेयजल और छाया की व्यवस्था
रायपुर । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वाधिक रोजगार का सृजन हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही जल संरक्षण की दिशा में भी कार्य किए जा रहे है। छत्तीसगढ़ में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत सर्वाधिक मानव दिवस सृजन के मामले में प्रदेश में रायपुर जिले ने द्वितीय स्थान हासिल किया है। मनरेगा श्रमिकों के जिंदगी में व्यापक बदलाव आ रहा है। रायपुर जिले ने वर्ष 2024-25 में जून माह तक आबंटित लक्ष्य के विरूद्ध 159 प्रतिशत मानव दिवस सृजन किया है। रायपुर जिले ने वर्ष 2024-25 में जून माह तक 19.01 लाख मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा था, जिसके विरूद्ध जिले में 30.14 लाख मानव दिवस सृजन कर राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के मार्गदर्शन में मनरेगा के कार्यों की सतत मॉनिटरिंग हो रही है। इसी का परिणाम है कि मनरेगा के कार्यों को गति मिल रही है। मनरेगा कार्यस्थलों में सभी आवश्यक सुविधाओं के इंतजाम भी किए जा रहे है। श्रमिकों के लिए मेडिकल किट, पेयजल और गर्मी से बचाव के लिए छाया की व्यवस्था की जा रही है। उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह से 10 जून तक प्रतिदिन औसतन 1 लाख श्रमिक जिले में कार्यरत रहे है।