मायरा रिसार्ट संचालक की मनमानी चरम पर प्राचीन बांध एवं तालाब में छोड़ रहे है रिसार्ट का गन्दा पानी, ग्रामीण हो रहे है प्रभावित जलीय जीव, जंतु के साथ मानव जीवन पर खतरा
चमन प्रकाश केयर
रायपुर/ मंदिर हसौद । आरंग विधानसभा के ग्राम पंचायत उमरिया एवं जरौद में मायरा रिसार्ट संचालक की मनमानी इस कदर हावी है कि पीड़ित ग्रामीण रिसार्ट मालिक के सामने बौने साबित हो रहे है | दरअसल, उमरिया पंचायत में मायारा रिसार्ट जाने के लिए पहले रिसार्ट संचालक ने मनमानी करते सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर करीब दस फीट चौड़े सडक का निर्माण कर दिए है | जिसे न केवल सरकार में बैठे जिम्मेदारों को जानकारी है बल्कि प्रशासन में बैठे अधिकारीयों के संज्ञान में होने के बावजूद भी रिसार्ट मालिक पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है | तो वही दूसरी तरफ रिसार्ट संचालक ने जरौद पंचायत में स्थित प्राचीन बांध एवं तालाब में रिसार्ट का गन्दा पानी छोड़ रहे है | जिससे ग्रामीणों सहित जलीय जीव, जंतुओं पर खतरा मंडरा रहा है |
ग्रामीणों ने बताया है कि महीने भर से पहले जब गंदा पानी बांध में आने लगा तो हमने इसकी शिकायत ग्राम पंचायत के सरपंच से की थी, लेकिन सरपंच रिसार्ट मालिक द्वारा गन्दा पानी छोड़े जाने का सबूत मांग रहे है | परन्तु हम ग्रामीणों के पास कोई सबुत नही है लेकिन सरपंच को हमारे बातों पर भरोसा करके स्वयं जाकर देखकर कार्यवाही करवाना चाहिए |
वहीं इस पूरे मामले में सरपंच प्रतिनिधि सालिकराम डहरिया ने बताया कि मुझे भी ग्रामीणों के माध्यम से जानकारी मिली है | यदि रिसार्ट का गन्दा पानी गांव के बांध में बहाया जा रहा है तो यह गलत है पर्यावरण की दृष्टि के साथ-साथ निस्तारीकरण के लिए भी हानिकारण है, तालाब में मवेशी, पशु-पक्षी, जीव जंतु सबके लिए हानिकारक है | इस मुद्दे को लेकर आज ग्राम पंचायत में बैठक होगी इसके साथ मौके पर जाकर जायजा लिया जाएगा | यदि शिकायत सही पाई गई तो इसका पंचायत विरोध करेगी|
बांध की जमीन पर अतिक्रमण
ग्रामीणों का आरोप है कि बांध के आसपास की जमीन को भू-स्वामी द्वारा बेचा गया है, लेकिन इसकी आड़ में बांध की जमीन को अतिक्रमण कर लिया गया है। जिससे कम से कम कई एकड़ जमीन पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि बांध की जमीन को पहले राजस्व विभाग पटवारी से जानकारी लेकर सीमांकन करवाया जायेया उसके बाद यदि अतिक्रमण पाया जायेगा तो रिसार्ट के निर्माण कार्य पर रोक लगवाई जाएगी | इसके बाद भी कार्यवाही नहीं होगी तो आगे अधिकारीयों के पास रिसार्ट संचालक के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिकायत किया जायेगा |
वही ग्रामीणों द्वारा लगाये गये इन सभी आरोप को लेकर मायरा रिसार्ट संचालक आशीष अग्रवाल के मोबाईल नंबर पर कई बार काल और मैसेज किया गया लेकिन खबर लिखे जाने तक उनका कोई जवाब नहीं आया |