केदारनाथ धाम में दोपहर बाद तेज बर्फबारी व निचले इलाकों में बारिश हुई। जिसे देखते हुए सोनप्रयाग में दो बजे के बाद यात्रियों को आगे नहीं जाने दिया गया। यहां चार हजार से अधिक श्रद्धालु रुके हुए हैं। पुलिस की ओर से अगस्त्यमुनि व अन्य स्थानों पर भी यात्रियों से मौसम ठीक होने तक होटल, लॉज में ही रुकने की अपील की गई है।
बृहस्पतिवार को सोनप्रयाग से सुबह पांच से दोपहर 1.30 बजे तक 14 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को केदारनाथ रवाना किया गया था। इनमें से 50 फीसदी यात्री दोपहर तक धाम पहुंच चुके थे जबकि अन्य गौरीकुंड, जंगलचट्टी, भीमबली, लिनचोली तक पहुंचे थे। केदारनाथ धाम में बृहस्पतिवार को सुबह से ही मौसम खराब था। दोपहर लगभग 12.30 बजे से केदारनाथ में तेजी बर्फबारी शुरू हुई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से बर्फ से यात्रियों को बचाने के लिए मंदिर मार्ग व अन्य स्थानों पर रेन शेल्टर लगाए गए थे।
धाम में तेज बर्फबारी के चलते कारोबारियों ने मंदिर मार्ग पर खुली दुकानें भी बंद कर दी। दूसरी ओर, पुलिस, आईटीबीपी और पीआरडी जवान द्वारा यात्रियों को सकुशल दर्शन कराते रहे। धाम में लगातार होती बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश को देखते हुए जिलाधिकारी ने दोपहर दो बजे से यात्रा को रोकने के निर्देश दिए जिसके बाद धाम जाने वाले करीब चार हजार यात्री सोनप्रयाग में रुक गए।
तीर्थयात्रियों से मौके पर ही रुकने की अपील
यहां तैनात सहायक सेक्टर मजिस्ट्रेट संदीप ने बताया कि चार हजार से अधिक यात्री रोके गए हैं। इधर, पुलिस द्वारा अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, फाटा व सोनप्रयाग में लाउडस्पीकर से यात्रियों से मौसम ठीक होने तक मौके पर ही रुके रहने की अपील की गई।
खराब मौसम के चलते सोनप्रयाग में दो बजे से यात्रियों को रोका गया है। मौसम ठीक होने की स्थित में यात्री धाम के लिए रवाना किए जाएंगे। केदारनाथ में भी यात्रियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य को लेकर उचित इंतजाम किए जा रहे हैं। मंदिर मार्ग पर अस्थायी रेन शेल्टर लगाए जा रहे हैं।
– मयूर दीक्षित, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग
निचले इलाकों में बारिश व केदारनाथ में बर्फबारी को देखते हुए राजमार्ग से लगे बाजारों में भी यात्रियों से मौसम के हिसाब से आगे जाने की अपील की जा रही है। जो भी यात्री चारधाम यात्रा का कार्यक्रम बना रहे हैं वह मौसम का पूर्वानुमान की जरूर जानकारी ले लें।
– डा. विशाखा अशोक भदाणे, पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग